Chandra Grahan 2025: भारत में समय, सूतक, लाभ-हानि

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 क्या आप जानना चाहते हैं कि 7 सितंबर 2025 को लगने वाला चंद्र ग्रहण आपके लिए क्या महत्व रखता है? क्या सूतक काल में भोजन करना वर्जित है? और क्या गर्भवती महिलाओं को इस समय सावधानी बरतनी चाहिए?

Chandra Grahan 2025 के समय, सूतक काल और इससे जुड़ी धार्मिक एवं ज्योतिषीय मान्यताओं को लेकर लोगों के मन में कई सवाल होते हैं। इस लेख में आपको मिलेगी सम्पूर्ण जानकारी:

  • चंद्र ग्रहण 2025 की सही तारीख और समय
  • सूतक काल कब लगेगा, और उसमें क्या करना चाहिए
  • चंद्र ग्रहण के लाभ और हानि
  • राशियों पर इसका प्रभाव

चंद्र ग्रहण 2025 की तारीख और समय 

तारीख: 7 सितंबर 2025, रविवार, भादवा सुदी पूर्णिमा

  • ग्रहण का स्पर्श (आरंभ): रात्रि 9:53 PM
  • ग्रहण का मोक्ष (समाप्ति): रात्रि 1:21 AM (8 सितंबर को)
  • ग्रहण की कुल अवधि: 3 घंटे 28 मिनट
  • भारत में दृश्यता: सम्पूर्ण भारत में पूरी तरह से दृश्य

यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण (Total Lunar Eclipse) होगा, जो धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है।

सूतक काल की जानकारी 

सूतक प्रारंभ (Sutak Start Time): 7 सितंबर 2025 को दोपहर 12:53 PM से

सूतक समाप्ति (Sutak End Time): 8 सितंबर 2025 को रात्रि 1:21 AM पर, ग्रहण मोक्ष के साथ

सूतक काल में क्या वर्जित है?

  • देव पूजा
  • मंदिर में प्रवेश
  • भोजन, जल पान
  • शयन (सोना)

 सूतक काल में क्या करें?

  • जप, ध्यान, धार्मिक ग्रंथों का पाठ
  • कुशा या तुलसी पत्र भोजन में रखें
  • गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें
  • ग्रहण के बाद स्नान कर शुद्धि करें और दान-पुण्य करें

बुजुर्ग, रोगी, और बालकों के लिए नियम

  • उन्हें सूतक में भोजन करने की अनुमति होती है
  • परंतु धार्मिक कार्यों से बचना चाहिए

चंद्र ग्रहण के लाभ और हानि 

 संभावित लाभ:

  • ध्यान, जप, और तपस्या के लिए श्रेष्ठ समय
  • आध्यात्मिक उन्नति का अवसर
  • ग्रह दोषों के निवारण हेतु विशेष उपाय किए जा सकते हैं

संभावित हानि:

  • मानसिक तनाव और चिड़चिड़ापन
  • गलत निर्णय की संभावना
  • गर्भस्थ शिशु पर प्रभाव

राशियों पर प्रभाव 

राशिप्रभाव
मेष, सिंह, धनुसामान्य प्रभाव, संयम रखें
वृषभ, कन्या, मकरमानसिक उलझन संभव
मिथुन, तुला, कुंभआत्मचिंतन और साधना के लिए श्रेष्ठ
कर्क, वृश्चिक, मीनलाभ की संभावना, उपाय करें

व्यक्तिगत कुंडली के अनुसार प्रभाव अलग-अलग हो सकता है। अधिक जानने के लिए किसी Astrologer near me से संपर्क करें।

क्या करें और क्या न करें

क्या करें?

  • मंत्र जाप (गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र)
  • ध्यान और योग
  • स्नान और पूजा ग्रहण के बाद
  • दान करना (विशेषकर तिल, वस्त्र, अन्न)

 क्या न करें?

  • ग्रहण के समय भोजन, जल सेवन
  • सोना, नकारात्मक बातें करना
  • गर्भवती महिलाओं का बाहर निकलना
  • लोहे और नुकीली चीज़ों का उपयोग

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Q1. 2025 का चंद्र ग्रहण कब लगेगा?

  1. 7 सितंबर 2025, रविवार को रात्रि 9:53 PM से शुरू होगा और 1:21 AM (8 सितंबर) पर समाप्त होगा।

Q2. सूतक काल कब लगेगा?

  1. 7 सितंबर को दोपहर 12:53 PM से सूतक काल आरंभ होगा।

Q3. क्या सभी को सूतक मानना चाहिए?

  1. हाँ, धार्मिक मान्यता अनुसार सभी को सूतक काल का पालन करना चाहिए, परंतु बुजुर्ग, रोगी और बच्चों को छूट दी गई है।

Q4. क्या गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए?

  1. बिल्कुल। उन्हें ग्रहण काल में विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए जैसे कि बाहर न जाना, धारदार वस्तुओं का उपयोग न करना आदि।

निष्कर्ष 

Chandra Grahan 2025 खगोलीय, धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण घटना है। भारत में यह पूर्ण रूप से दृश्य होगा, और सूतक काल भी मान्य होगा। सही जानकारी और सावधानी से आप इस ग्रहण को नकारात्मकता से बचाकर एक सकारात्मक आध्यात्मिक अनुभव बना सकते हैं।

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